Nithari Case Supreme Court Verdict: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पीड़ित परिवार में निराशा
भारत के सबसे सनसनीखेज अपराधों में से एक निठारी कांड एक बार फिर सुर्खियों में है। Nithari Case Supreme Court Verdict ने देशभर में बहस छेड़ दी है। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य आरोपी मोनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली को हत्या के कई मामलों में राहत देते हुए बरी कर दिया। फैसले के बाद पीड़ित परिवारों का कहना है-
“जिस बेटी को हमने खोया, उसकी हत्या का कोई दोषी नहीं?”
निठारी कांड: एक खौफनाक इतिहास
निठारी कांड 2006 में नोएडा के निठारी गांव में सामने आया था। कई बच्चों और महिलाओं के लापता होने के बाद जब जांच हुई, तो पंधेर के घर के पीछे से असंख्य कंकाल और शरीर के अवशेष बरामद हुए।
-
इस कांड में 19 से अधिक लोगों के अवशेष मिले थे।
-
मुख्य आरोपियों में मोनिंदर सिंह पंधेर और उसका नौकर सुरेंद्र कोली थे।
-
कोली पर आरोप था कि उसने बच्चों की हत्या और नरभक्षण तक किया।
यह मामला भारत के आपराधिक इतिहास में सबसे भयावह मामलों में से एक माना जाता है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला: क्यों मचा बवाल?
हाल ही में आए Nithari Case Supreme Court Verdict ने सभी को चौंका दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जांच और सबूतों में कई खामियां हैं और हत्या के मामलों में पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं।
-
अदालत ने कई मामलों में आरोपियों को राहत दी।
-
फैसले के बाद एक बार फिर न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए।
-
पीड़ित परिवार और मानवाधिकार कार्यकर्ता फैसले से नाराज हैं।
पीड़ित परिवार की प्रतिक्रिया
फैसले के तुरंत बाद पीड़ित परिवारों ने मीडिया से बात करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की।
-
एक पिता ने कहा,
“हमने अपनी बेटी खोई, अब पता चला कि उसकी हत्या का कोई जिम्मेदार नहीं। क्या यही न्याय है?”
-
दूसरी पीड़िता की मां रोते हुए बोलीं,
“18 साल तक कोर्ट के चक्कर काटे, पर आखिर में हमें मिला क्या?”
कानूनी विशेषज्ञों की राय
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि:
-
जांच एजेंसियों की बड़ी चूक के कारण आरोपी बरी हुए।
-
सबूतों की चेन कमजोर रही।
-
इस केस ने भारतीय न्याय व्यवस्था पर जनता का भरोसा डगमगा दिया है।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
फैसले के बाद #NithariCase और Nithari Case Supreme Court Verdict ट्विटर और इंस्टाग्राम पर ट्रेंड करने लगे।
-
लोग न्याय में देरी और दोषियों की रिहाई पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
-
कई लोग जांच एजेंसियों पर भी सवाल उठा रहे हैं।
निठारी कांड का टाइमलाइन (संक्षेप में)
वर्ष | घटनाक्रम |
---|---|
2006 | निठारी में कई बच्चे लापता हुए |
2006 | पंधेर के घर से कंकाल बरामद |
2007 | सुरेंद्र कोली और पंधेर गिरफ्तार |
2009 | कोली को फांसी की सजा |
2025 | सुप्रीम कोर्ट का चौंकाने वाला फैसला |
निष्कर्ष (Conclusion)
Nithari Case Supreme Court Verdict ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भारत में लंबे समय तक चलने वाले केस आखिरकार न्याय दिला पाते हैं?
पीड़ित परिवार के लिए यह फैसला एक झटका है।
अब सबकी नजर सरकार और मानवाधिकार संगठनों की आगे की कार्रवाई पर है।
2K News: भरोसेमंद खबरों का डिजिटल प्लेटफॉर्म
2K न्यूज़ एक तेज़, सटीक और निष्पक्ष डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो आपको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की हर बड़ी खबर से रियल टाइम में जोड़ता है। हमारा उद्देश्य है—सच्चाई, विश्वसनीयता और निष्पक्षता के साथ खबरों की प्रस्तुति, जिससे पाठक हर विषय पर गहराई से समझ बना सके।
हम राजनीति, तकनीक, व्यापार, स्वास्थ्य, खेल, मनोरंजन, विज्ञान और सोशल ट्रेंड्स जैसे विविध क्षेत्रों की खबरों को समग्रता से कवर करते हैं। 2K News की टीम पेशेवर पत्रकारों और विशेषज्ञों से बनी है, जो समाचारों की जांच, विश्लेषण और सत्यापन में विश्वास रखते हैं।
हमारी आधिकारिक वेबसाइट www.2knews.com के साथ-साथ हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी आप नवीनतम अपडेट्स, ब्रेकिंग न्यूज़ और एक्सक्लूसिव रिपोर्ट्स आसानी से पा सकते हैं। हमारी खबरें न केवल सूचना देती हैं, बल्कि आपको विचार करने के लिए प्रेरित भी करती हैं।
2K News सिर्फ एक न्यूज़ प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि डिजिटल युग की पत्रकारिता की एक विश्वसनीय आवाज़ है। हम खबरों को केवल दिखाते नहीं, उन्हें गहराई से समझाते हैं — ताकि आप जानें नहीं, समझें।
Facebook | WhatsApp | Instagram | Twitter | YouTube