श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस नियंत्रण कक्ष में #PahalgamTerroristAttack में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 28 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए। हमलावरों ने पर्यटकों को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिससे यह हाल के वर्षों में सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक बन गया। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) ने ली है।
अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि
हमले के अगले दिन, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और पुलिस नियंत्रण कक्ष में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह हमला भारत की संप्रभुता और अखंडता पर सीधा प्रहार है, और सरकार दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई और मजबूत होगी।
इस हमले के दौरान, आतंकियों ने सैन्य वर्दी पहनकर पर्यटकों के बीच घुल-मिल गए और अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने गैर-मुस्लिम पर्यटकों को पहचानने की कोशिश की और उन्हें निशाना बनाया। यह हमला उस समय हुआ जब क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही थी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी झटका लगा है।
इस घटना ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले की निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
सरकार ने इस हमले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जिम्मेदारी सौंपी है, और सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाश के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया है। इस हमले ने एक बार फिर से कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था और आतंकवाद के खिलाफ रणनीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।