बारिश: सिर्फ मौसम नहीं, एक एहसास
बारिश को अक्सर लोग एक मौसम के रूप में देखते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि बारिश एक एहसास है — वो जो सीधे दिल को छू जाता है। जब बादल घिरते हैं और पहली बूंद ज़मीन पर गिरती है, तो जो सोंधी खुशबू उठती है, वो सिर्फ मिट्टी की नहीं होती, वो बचपन की यादों, प्यार की शुरुआतों और दिल की सुकून भरी गहराइयों की खुशबू होती है।
बारिश उन लम्हों को जगा देती है जो समय की भीड़ में कहीं खो गए थे। किसी को माँ के हाथ की गर्म चाय याद आ जाती है, किसी को छत पर भीगते हुए दोस्तों के साथ बिताए हुए पल। बारिश हर किसी के लिए कुछ ना कुछ खास लेकर आती है। वो खिड़की के पास बैठकर बाहर देखने का सुकून, वो बिना वजह भीग जाने की मासूमियत, और वो बारिश की बूंदों की टप-टप आवाज़ — सब मिलकर एक अलग ही दुनिया बना देते हैं।
ठंडी हवाएं जब चेहरे को छूती हैं, तो ऐसा लगता है मानो प्रकृति हमें गले लगा रही हो। पेड़ों की पत्तियाँ नहाकर और भी हरी लगने लगती हैं, और रास्ते जो सूखे और धूल भरे थे, वो अब चमक उठते हैं। आसमान का रंग भी बदल जाता है — नीला और स्लेटी रंगों का मेल, जैसे कोई चित्रकार अपना ब्रश घुमा रहा हो।
बारिश सिर्फ भीगने का नाम नहीं है, ये आत्मा को धो देने जैसा अनुभव है। तनाव, थकावट, अकेलापन — सब कुछ जैसे बह जाता है। बहुत से कवि, लेखक, चित्रकार और संगीतकारों की रचनाओं में बारिश ने प्रेरणा का काम किया है। ये मौसम दिल को नर्म बनाता है, सोच को गहराई देता है और भावनाओं को एक नई अभिव्यक्ति।
बारिश का एक और खास रूप है — रोमांस। दो लोगों के बीच बिना कहे बहुत कुछ कह जाती है ये बारिश। भीगी राहों पर साथ चलना, एक छतरी में दो दिलों का सिमटना, या फिर चाय की दुकान पर खामोशी से एक-दूसरे को देखना — ये सब बारिश के बिना अधूरा है।
पर बारिश हर बार केवल सुकून नहीं लाती। कई बार यह चुनौतियाँ भी लाती है — जलभराव, ट्रैफिक, या छत से टपकती बूंदें। लेकिन फिर भी, ये शिकायतें भी उस रोमांच को खत्म नहीं कर पातीं जो बारिश अपने साथ लाती है।
संक्षेप में, बारिश केवल बादलों का बरसना नहीं है, यह ज़िंदगी का एक सुंदर अध्याय है — जिसमें हर किसी की अपनी कहानी है, अपनी यादें हैं। यह वो वक़्त होता है जब आसमान खुद ज़मीन से बातें करता है, और हर बूंद एक नया जज़्बात लेकर आती है।