पहलगाम में हमला सिर्फ टूरिस्टों पर नहीं, हमारी रोज़ी-रोटी पर भी — टैक्सी एसोसिएशन अध्यक्ष
पहलगाम (जम्मू-कश्मीर), 23 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में हाल ही में हुए हमले के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश और चिंता है। हमले में कुछ पर्यटकों को निशाना बनाए जाने की खबरों के बीच, स्थानीय टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलजार अहमद वानी ने एक भावुक बयान दिया।
उन्होंने कहा, “ये हमला सिर्फ टूरिस्टों पर नहीं हुआ, ये हमारी रोज़ी-रोटी और हमारे परिवारों पर हमला है।”
वानी का यह बयान सिर्फ एक समुदाय की पीड़ा नहीं, बल्कि उस पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को दर्शाता है जो पर्यटन पर निर्भर है।
पहलगाम में हजारों परिवार ऐसे हैं जिनकी आजीविका सीधे-सीधे टूरिज्म से जुड़ी हुई है — टैक्सी चालकों से लेकर होटल कर्मियों, गाइड्स, दुकानदारों और स्थानीय कारीगरों तक। ऐसे में किसी भी प्रकार की हिंसा न केवल पर्यटकों की सुरक्षा को प्रभावित करती है, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डालती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे हमलों से पहलगाम जैसी शांतिप्रिय जगहों की छवि धूमिल होती है, जिससे आने वाले दिनों में टूरिज्म पर और भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।
सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि मामले की जांच चल रही है और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
सोशल मीडिया पर बढ़ रहा समर्थन
हमले के बाद सोशल मीडिया पर #StandWithPahalgam, #TourismUnderAttack, और #SaveTourism जैसे हैशटैग्स के ज़रिए देशभर से लोग एकजुटता जता रहे हैं। कई लोगों ने सरकार से अपील की है कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा और आजीविका को ध्यान में रखते हुए ठोस कदम उठाए जाएं।