बूंदी जिले के गरडदा में विवाहिता और उसकी मासूम बेटी की मौत ने मचाया हड़कंप
पानी से भरी खदान में मिले शव, क्षेत्र में फैली सनसनी
राजस्थान के बूंदी जिले के नामाना थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव गरडदा में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। गांव के पास एक खदान में एक विवाहिता और उसकी 14 माह की मासूम बच्ची का शव मिलने से सनसनी फैल गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही नामाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, सुबह के समय कुछ चरवाहों ने खदान के पास कुछ संदिग्ध देखा। जब वे नजदीक पहुंचे तो पानी में एक महिला का शव तैरता हुआ नजर आया। महिला की गोद में एक बच्ची का शव भी चिपका हुआ था। यह दृश्य देखकर ग्रामीण दंग रह गए और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
नामाना थाना प्रभारी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और शवों को बाहर निकलवाया गया। शव की पहचान पास के ही गांव की एक महिला के रूप में हुई, जिसकी उम्र करीब 26 वर्ष बताई जा रही है। बच्ची महज 14 माह की थी। महिला की पहचान होते ही उसके ससुराल पक्ष और मायके वालों को सूचना दी गई।

प्रथम दृष्टया आत्महत्या या हत्या?
पुलिस प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या का मामला मान रही है, लेकिन हत्या की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। घटनास्थल की स्थिति और शवों की अवस्था को देखते हुए पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। महिला के घरवालों और पड़ोसियों से जानकारी ली जा रही है कि आखिरी बार महिला कब और किस हाल में घर से निकली थी।
वहीं, महिला के मायके पक्ष ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि महिला पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से तनाव में थी और उसे ससुराल पक्ष की ओर से प्रताड़ित किया जा रहा था। मायके वालों ने यह भी आरोप लगाया कि दहेज को लेकर अक्सर विवाद होते रहते थे।
बच्ची का शव गोद से चिपका हुआ
जो बात सबसे ज्यादा हृदयविदारक थी, वह यह कि 14 माह की मासूम बच्ची का शव मां की गोद से चिपका हुआ था। यह देख पुलिसकर्मी भी भावुक हो उठे। एक मां की ममता और बच्ची का भरोसा इस मंजर में साफ दिख रहा था। माना जा रहा है कि यदि यह आत्महत्या का मामला है तो महिला ने बच्ची को साथ इसलिए लिया ताकि वह उसे अकेला न छोड़े।
पोस्टमार्टम और आगे की जांच
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा। पुलिस अधीक्षक ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष जांच दल गठित करने के निर्देश दिए हैं। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम को भी बुलाया गया है, जो घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र कर रही है।
गांव में मातम, लोग हैरान
इस दुखद घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। लोग हैरान हैं कि ऐसा कैसे हो गया। महिला और बच्ची की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे पारिवारिक कलह का परिणाम मान रहा है, तो कोई इसे सुनियोजित साजिश बता रहा है।
सामाजिक चेतना की जरूरत
यह घटना केवल एक पुलिस केस नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है। विवाहिता और बच्ची की ऐसी दर्दनाक मौत यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने समाज में महिलाओं को मानसिक रूप से सुरक्षित वातावरण दे पा रहे हैं? क्या घरेलू कलह और दहेज प्रथा जैसी बुराइयां आज भी जिंदा हैं?
पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी। मृतका और उसकी मासूम बच्ची को न्याय मिले, यही पूरे समाज की अपेक्षा है