आशुतोष मिश्रा ब्राह्मण रत्न से सम्मानित: सर्व ब्राह्मण महासभा ने दिया सम्मान, विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने किया सम्मानित
जयपुर। सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित एक गरिमामयी कार्यक्रम में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद् आशुतोष मिश्रा को “ब्राह्मण रत्न” सम्मान से अलंकृत किया गया। यह सम्मान उन्हें ब्राह्मण समाज के उत्थान, शिक्षा के क्षेत्र में योगदान और समाजसेवा के लिए प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष व्यास देवनानी रहे, जिन्होंने अपने कर-कमलों से आशुतोष मिश्रा को यह सम्मान प्रदान किया।
सामाजिक कार्यों के प्रतीक बन चुके हैं आशुतोष मिश्रा
आशुतोष मिश्रा लंबे समय से शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए भी जाने जाते हैं। उनके द्वारा चलाए जा रहे “विद्या दान अभियान” के माध्यम से हजारों छात्रों को लाभ मिल चुका है।
उनकी इस पहल से न केवल छात्रों का भविष्य सुधर रहा है, बल्कि ब्राह्मण समाज की एकता और मजबूती को भी बल मिला है। आशुतोष मिश्रा का मानना है कि समाज में परिवर्तन लाना है तो शिक्षा को हथियार बनाना होगा।
सम्मान समारोह में उमड़ी भीड़
यह भव्य समारोह जयपुर के टोंक रोड स्थित एक निजी ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ, जहां राजस्थान भर से ब्राह्मण समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और युवा वर्ग की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत वेद मंत्रोच्चारण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
विधानसभा अध्यक्ष व्यास देवनानी ने अपने उद्बोधन में कहा, “आशुतोष मिश्रा जैसे युवाओं की देश और समाज को आवश्यकता है। इन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन से ऊपर उठकर समाज के लिए कार्य किया है। ब्राह्मण रत्न जैसा सम्मान इनके योगदान का एक छोटा सा प्रतीक मात्र है।”
सर्व ब्राह्मण महासभा की पहल
सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा यह सम्मान हर वर्ष ऐसे व्यक्तित्वों को दिया जाता है जिन्होंने समाज के उत्थान के लिए निःस्वार्थ सेवा की हो। महासभा के अध्यक्ष पं. रमेश शर्मा ने बताया कि, “हमारा उद्देश्य है कि समाज के भीतर ऐसे प्रेरणास्रोत व्यक्तित्वों को सामने लाया जाए और उन्हें सम्मान देकर बाकी युवाओं को प्रेरित किया जाए।”
उन्होंने यह भी कहा कि ब्राह्मण समाज सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि आज ब्राह्मण समाज के युवा शिक्षा, राजनीति, विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
मिश्रा ने जताया आभार
सम्मान प्राप्त करने के बाद आशुतोष मिश्रा ने अपने भावुक भाषण में कहा, “यह सम्मान केवल मेरा नहीं है, यह उन सभी गुरुओं, माता-पिता और समाज के लोगों का है जिन्होंने मुझे इस योग्य बनाया। मेरा प्रयास रहेगा कि मैं समाज को और भी बेहतर बनाने के लिए कार्य करता रहूं।”
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा ही समाज का सच्चा आधार है और हर ब्राह्मण परिवार को चाहिए कि अपने बच्चों को संस्कार और शिक्षा दोनों की नींव मजबूत बनाएं। मिश्रा ने अपने अगले सामाजिक अभियान की भी घोषणा की, जिसमें वे ग्रामीण क्षेत्रों में ब्राह्मण युवाओं के लिए निशुल्क कोचिंग सेंटर खोलने की योजना बना रहे हैं।
भविष्य की दिशा
इस अवसर पर कई युवा प्रतिनिधियों ने आशुतोष मिश्रा को अपना आदर्श बताते हुए उनके मार्गदर्शन में कार्य करने की इच्छा जताई। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
इस सम्मान समारोह ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि समाज में सकारात्मक सोच और निःस्वार्थ सेवा करने वालों की न केवल सराहना होती है, बल्कि उन्हें समाज आदर्श रूप में स्वीकार करता है।